De Tweede Ronde. Jaargang 28
(2007)– [tijdschrift] Tweede Ronde, De–
[pagina 184]
| |
Chittor in vogelvlucht
| |
चित्तौड़: विहंगावलोकनसंग्रामसिंह के खण्डहर महल की ध्वस्त गुम्बद पर
बैठा गिद्ध
टूरिस्ट गाड़ी को ऊपर आती देखता है.
पीछे है युद्ध का सूना मैदान पीछे है सिंहद्वार जहाँ से चरवाहे
बकरियाँ अंदर लाते हैं.
नीचे चमकती पटरियाँ हैं. नीचे है बिजलीघर और जलघर. नीचे है फैला
सफेद शहर.
नीचे और ऊपर की दूरी के लिए
जिसे तय करने गाड़ी को आधा घंटा और कुछ ईंधन चाहिए
गुम्बद के गिद्ध की एक उड़ान काफ़ी है.
लेकिन शहर के लोग उसे अपने घरों की छत पर अभी बैठने नहीं देंगे.
विष्णु खरे
|
|